अभिषेक मेहरा
बनारस के घाटों पर आज लाखो श्रृधदालुओ ने एकत्रित होकर देव दीपावली मनाई,सभी घाट दीपों से सजे हुए थे, काशी में देव दीपावली मनाई जा रही है. बनारस की देव दीपावली पूरी दुनिया में लोकप्रिय है.

*21 लाख दीपों से जगमगा रहे थे घाट*
देव दीपावली के मौके पर भव्य तैयारी पहले से ही की गई थी. करीब 21 लाख दीपों से काशी के घाटों को रोशन किया गया.

सभी अलग-अलग घाटों पर विशेष आयोजन किया गया था.
देव दीपावली के मौके पर घाट समितियों द्वारा पहले फैसला लिया था कि काशी से जुड़े सभी महान सपूतों को पहला दीप अर्पित करेंगे. अस्सी घाट पर महामना मदन मोहन मालवीय, तुलसी घाट पर गोस्वामी तुलसीदास, हरिश्चंद्र घाट पर डोम राजा, सिंधिया घाट पर तैलंग स्वामी और स्वामी विवेकानंद जैसी विभूतियों के चित्र लगाए जाएंगे.
संगीतकार भारत रत्न पं रविशंकर, भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां, पद्मविभूषण पं किशन महाराज, पद्मविभूषण गिरिजा देवी, पद्मभूषण पं राजन मिश्रा, साहित्यकार भारतेंदु हरिश्चंद्र, जयशंकर प्रसाद, मुंशी प्रेमचंद के भी चित्र लगाए जाएंगे.

काशी के साथ-साथ आज मथुरा के 25 घाटों पर देव दिवाली मनाई गई।
काशी के साथ-साथ आज मथुरा के 25 घाट भी देव दिवाली पर रोशनी से जगमगाता दिखाई दिया.इन घाटों पर 5 लाख दीपो से प्रकाश किया गया।

अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर कार्यक्रम की शुरुआत

काशी के प्रमुख घाटों में से एक दशाश्वमेध घाट पर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर कार्यक्रम की शुरुआत हुई. देव दीपावली का मुख्य कार्यक्रम राजघाट पर हुआ।





*देव दीपावली देश के अमर जवानों को समर्पित*
वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की तरफ से अमर शहीद ज्योति की अनुकृति तैयार की गई है. देश के अमर जवानों को समर्पित यह देव दीपावली रही. वही गंगोत्री सेवा समिति द्वारा 108 किलो अष्टधातु की गंगा प्रतिमा का 108 किलो फूलों से श्रृंगार किया गया।
विश्व प्रसिद्ध काशी के घाट की आरती और सजावट श्रृधदालु शहर के अन्य स्थानो पर देख सकें.इसलिए सरकार द्वारा इसके लिए 6 बड़े प्रमुख स्थानों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की है.

अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट, राजघाट, गोदौलिया मल्टी लेवल पार्किंग व वाराणसी कैंट स्टेशन पर एलईडी लगाई गई है.








